RCC यह नाम आप ने सुना तो जरूर होगा जब भी घर या कोई इमारत बनाते हुए छत बनाने की बात होती है तो वहाँ आरसीसी नाम का प्रयोग किया जाता है लेकिन क्या आप जानते हो कि आरसीसी का पूरा नाम क्या है और आरसीसी का क्या काम होता है अगर आप भी यह नही जानते तो आज हम आप को आरसीसी की पूरी जानकारी देंगे।
आरसीसी का फुल फॉर्म
RCC का फुल फॉर्म रेन्फ़ोर्सेड सीमेंट कंक्रीट (Reinforced Cement Concrete) है और जिसको हिंदी में प्रबलित सीमेंट कंक्रीट कहा जाता है।
आरसीसी क्या है
आरसीसी का प्रयोग इमारत की छत डालते हुए किया जाता है इससे पहले कंक्रीट तैयार किया जाता है इसको सीमेंट, गिट्टी और बालू के मिश्रण से तयार किया जाता है अकेले कंक्रीट की जकड़ कम होती है इसकी तनाव शक्ति को बढ़ाने के लिए कंक्रीट के साथ लोह या स्टील का प्रयोग किया जाता है जिससे इसकी जकड़ मजबूत होती है आप ने यह तो जरूर देखा होगा जब कही इमारत का लेंटर डाला जाता है तो वहाँ स्टील का एक जाल बिछाया जाता है जिसके ऊपर यह कंक्रीट का मिश्रण डाला जाता है जिससे यह स्टील के जाल में मिल कर उसको जकड़ लेता है उसकी पकड़ मजबूत हो जाती है इसी कंक्रीट और लोह के मिश्रण को आरसीसी के नाम से जाना जाता है।
आरसीसी का इतिहास
पहली बार आरसीसी का प्रयोग 1853 में फ्रांस के “कोइग्नेट” नाम के शख्स द्वारा किया गया था जो पेरिस में एक चार मंजिला इमारत का निर्माण था। इसके बाद विलियम बी के द्वारा 1854 में इस का प्रयोग किया गया जो एक दो मंजिला घर की छत में किया गया था उसके बाद काफी जगह प्रबलित कंक्रीट का प्रयोग किया जाने लगा और समय के साथ इस मे बहुत से बदलाव लाकर और भी बेहतर बनाया गया आज के समय मे लगभग हर इमारत में आरसीसी का ही प्रयोग किया जाता है।
आरसीसी के फायदे
आरसीसी तनाव के साथ संपीड़न में बहुत अच्छी है। आरसीसी की संरचनाओं को सही से बनाया जाए तो यह 100 साल तक टिक्की रहती है। इसके निर्माण में काम आने वाला समान जैसे सीमेंट लोह यह सब आसानी से मिल जाता है। आरसीसी में लागत भी कम आती है। आरसीसी इमारते भूकम्प प्रतिरोधी होती है।