विज्ञान का अर्थ और परिभाषा क्या है

इस आर्टिकल में हम विज्ञान की बात करने वाले है, सभी लोग इस शब्द से बहुत अच्छे से परिचित होंगे लेकिन बहुत लोग ऐसे भी होंगे जो इस शब्द को तो जानते होंगे लेकिन यह नही जानते होंगे कि विज्ञान क्या होता है ? आज हम इसके बारे जानकारी देंगे कि विज्ञान क्या होता है?

विज्ञान की परिभाषा क्या है

विज्ञान की परिभाषा क्या है

 विभिन्न प्रकार के प्रयोगों और अवलोकन के द्वारा प्रकृति के बारे में सटीक, अधिक और नई-नई जानकारी प्राप्त करना ही विज्ञान है।   

विकिपीडिया के अनुसार, “विज्ञान शब्द लैटिन भाषा के शब्द Scientia शब्द से बना है जिसका अर्थ knowledge होता है”

आज अगर देखा जाए तो लगभग पूरी दुनिया ही विज्ञान पर चल रही है लेकिन यह आज से बहुत समय से चल रहा है। हर चीज़ को विज्ञान से समझा जाता है और विज्ञान हर चीज़ को समझने में मदद करता है। जब किसी चीज़ का अध्ययन कर उसके एक एक हिस्से को अच्छे से जाना और परखा जाता है तो उस क्रिया को ही हम विज्ञान कहते हैं।

दुनिया की हर चीज़ में विज्ञान है। आज हम बड़ी बड़ी बीमारियों के बारे में वैज्ञानिक टेस्ट के द्वारा जान जाते हैं और उसके इलाज के लिए हम जो दवाईयों का और उपकरणों का प्रयोग करते हैं वो सब विज्ञान के चलते ही सम्भव हो पाया है।

हम घर बैठे इतनी दूर तक लोगों से जुड़े रह सकते हैं। आज हम जानते हैं कि हमारी पृथ्वी के चारों तरफ एक गुत्वाकर्षण बल है यह भी हम विज्ञान की वजह से जान पाए है। न्यूटन द्वारा गुत्वाकर्षण की खोज की गई थी और इसके बारे में जानने के लिए उन्होंने इसका पूरी तरह से अध्ययन किया था। इसके बारे में पता लगाने के लिए इसके एक एक हिस्से को जांचा था और यह सब किये जाने वाले अध्य्यन को ही हम विज्ञान कहते हैं।

विज्ञान कितने प्रकार का होता है

विज्ञान तीन प्रकार के होते हैं :

  1. भौतिक विज्ञान
  2. रसायन विज्ञान
  3. जीव विज्ञान

विज्ञान कितनी तरक्की कर चुका है

आज के समय मे जब विज्ञान इतनी तरक्की कर चुका है तो भी यह बहुत कम है क्योंकि आज से कई साल पहले की कुछ चीज़ें आज के मुकाबले बहुत बेहतरीन थी जिनके बारे में विज्ञान आज तक नही पता लगा पाया है कि उनमें क्या खास है।

विज्ञान बहुत तरक्की कर चुका है लेकिन अभी भी बहुत कुछ ऐसी चीज़ें हैं जो विज्ञान की समझ से बिल्कुल परे है। आज हम इस विज्ञान की वजह से यह तक जानते हैं कि चाँद कैसा है और चाँद पर क्या-क्या है ? जबकि पृथ्वी के समुंदरी इलाके के बारे में हम सिर्फ तीस प्रतिशत तक ही जानते हैं।

जहाँ एक तरफ आज सब कुछ विज्ञान पर चल रहा है वही दूसरी तरफ प्रकर्ति ऐसी चीज़ है जिसके आगे विज्ञान भी घुटने टेक देता है। बहुत बार विज्ञान के अध्ययन के चलते ऐसी भी गलतियां की गई है जिसको पूरी दुनिया को भुगतना पड़ा है। विज्ञान के क्षेत्र में तरक्की करते हुए हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि जिस पृथ्वी और प्रकर्ति पर हम रह रहे हैं उसके नियमों को बदलने की कोशिश नही करने चाहिए नही तो यह विज्ञान हमारी दुनिया के लिए ही जानलेवा साबित हो सकता है।

दोस्तो हम उम्मीद करते हैं कि विज्ञान के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी।